टपूकड़ा (अलवर). दिल्ली निवासी एक युवक की हत्या के 8 साल बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार को टपूकड़ा में दबाये गए शव का कंकाल बरामद किया। आठ दिन पहले गिरफ्तार हत्या के आरोपी टपूकड़ा निवासी ट्रांसपोर्टर और सह अभियुक्त की निशानदेही पर खुदाई कराई गई थी। आरोपी ट्रांसपोर्टर ने मृतक की पत्नी से प्रेम संबंध के चलते हत्या कर दी थी, लेकिन कोई सबूत नहीं मिल पाया।
बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ रहे पिता की याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने 2017 में टपूकड़ा निवासी ट्रांसपोर्टर कमल की ब्रेन मैपिंग कराई। इसकी रिपोर्ट में उसे दोषी पाया गया, लेकिन पुलिस गिरफ्तार करती इससे पहले वह चंपत हो गया। मोबाइल लोकेशन के जरिये उसे 27 सितंबर को पकड़ लिया गया। उसके एक और मददगार की 4 अक्टूबर को गिरफ्तारी होने के बाद दिल्ली पुलिस दोनों को लेकर टपूकड़ा पहुंची और तिजारा एसडीएम की मौजूदगी में खुदाई कराई। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के जांच अधिकारी कमलेश्वर राय ने बताया कि दिल्ली के समालखा-कापासेड़ा निवासी रवि कुमार पुत्र जय भगवान वर्ष 2011 में शादी के करीब एक माह बाद ही लापता हो गया।
पिता जय भगवान ने उसके अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। करीब आठ साल तक उसका कुछ पता नहीं चला। पिता जय भगवान की शिकायत पर मामले की जांच क्राइम ब्रांच को मिली। लापता होने के घटनाक्रम की पुन: जांच के बाद शक के आधार पर टपूकड़ा निवासी कमल पुत्र नानकचंद को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने रवि की हत्या कर शव टपूकड़ा में दबाने का राज उगल दिया। वारदात में बिहार के समस्तीपुर निवासी गणेश पुत्र सुरेश महतो भी शामिल था। उसे 4 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया। केस की मॉनीटरिंग कर रहे दिल्ली पुलिस के एसीपी सुरेंद्र कुमार गुलिया के निर्देश पर दिल्ली पुलिस कमल व गणेश को लेकर शनिवार को टपूकड़ा पहुंची। दोनों की निशानदेही पर मेन बस स्टैंड के समीप खाली जमीन पर जेसीबी से खुदाई कराई गई। यहां नर कंकाल और अवशेष मिल गए।